Flight डिले या कैंसिल होने पर मिलेंगे 2 लाख रुपये
उत्तर भारत में चल रही शीतलहर और घने कोहरा का सितम हवाई सफर पर भी पड़ रहा है। कई फ्लाइट देरी से चल रही है तो ऐसे ही कई फ्लाइट कैंसिल भी हो जाती है। ऐसे में यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में यात्रियों के लिए Travel Insurance काफी हेल्प करती है। ट्रैवल इंश्योरेंस के जरिये यात्रियों को 2 लाख रुपये तक मिल सकते हैं।
Flight डिले या कैंसिल होने पर मिलेंगे 2 लाख रुपये
सोशल मीडिया पर कई विडियो और इमेज वायरल हो रहे हैं जिसमें दिखाया जा रहा है कि फ्लाइट की देरी या कैंसिल होने से यात्रियों को कितनी परेशानी हो रही है। इस महीने उत्तर भारत में चल रही शीतलहर और घने कोहरे की वजह से कई फ्लाइट कैंसिल या देरी से उड़ान भर रही है।
क्या आप जानते हैं कि अगर आपकी फ्लाइट डिले या कैंसिल हो जाती है तो आपको क्या करना चाहिए? चलिए, इसके बारे में आज हम इस आर्टिकल में जानते हैं।
फ्लाइट देरी पर मिलेगा रिफंड?
डीजीसीए (DGCA) के नियमों के अनुसार अगर कोई फ्लाइट देरी या कैंसिल हो जाती है तो एयरलाइन यात्री को कुछ सुविधा देती है।
अगर एयरलाइन फ्लाइट कैंसिल कर देती है तो वह यात्री को वैकल्पिक उड़ान का ऑप्शन देगी या फिर फ्लाइट की टिकट के पूरे रिफंड के अलावा मुआवजा भी देगी।
अगर कोई यात्री वैकल्पिक उड़ान का इंतजार कर रहे हैं तो एयरलाइन उन यात्री को भोजन और जलपान (Refreshment) की भी सुविधा देगी।
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फ्लाइट के डिले होने पर एयरलाइन यात्री को भोजन और जलपान, वैकल्पिक उड़ान, टिकट रिफंड याफिर होटल की सुविधा देगी।
आपको बता दें कि कोई फ्लाइट अगर किसी अप्रत्याशित घटना (Major Event) की वजह से कैंसिल या डिले होती है तब एयरलाइन इस प्रकार की सुविधा देने के लिए बाध्य नहीं है।
धुंध की वजह से फ्लाइट की देरी पर क्या ट्रैवल इंश्योरेंस कवर करता है?
घने कोहरे की वजह से एयरलाइन मौसम में सुधार का इंतजार करते हैं। इस वजह से कई बार फ्लाइट देरी से उड़ान भरती है। ऐसे में सवाल आता है कि जिन यात्रियों के पास ट्रैवल इंश्योरेंस (Travel Insurance) है क्या उन्हें फ्लाइट के लेट होने या कैंसिल होने पर कुछ सुविधा मिलती है या नहीं?
फ्लाइट के डिले होने पर ट्रैवल इंश्योरेंस एक सुरक्षा कवच के तौर पर काम करती है। ट्रैवल इंश्योरेंस की पॉलिसी में उल्लेखित निर्धारित से परे उड़ान में देरी पर इंश्योरेंस कंपनी उन सभी आकस्मिक खर्चों के लिए मुआवजा देती है।
अगर आपके ट्रैवल इंश्योरेंस में आपकी विदेश यात्रा भी शामिल है तो यह सोने पर सुहागा है। अगर फ्लाइट निर्धारित समय से देरी से उड़ान भरती है तब इंश्योरेंस कंपनी बीमाधारक को एक निश्चित राशि का पेमेंट करता है।
अगर फ्लाइट की देरी की वजह से आपको किसी होटल में रुपकना पड़ता है तो ऐसे में मामलों में कई इंश्योरेंस कंपनी होटल के खर्चे को कवर करती है।
अगर फ्लाइट कैंसिल हो जाती है तब इंश्योरेंस कंपनी यात्री को 2 लाख रुपये तक का बीमा राशि दे सकती है।
अगर कोई फ्लाइट 6 घंटे से ज्यादा देर हो?
अगर कोई फ्लाइट 6 घंटे से ज्यादा लेट हो तो एयरलाइन के लिए ज़रूरी है कि वो इसकी जानकारी यात्रियों को कम से कम 24 घंटे पहले दे. एयरलाइन के लिए ज़रूरी है कि वो यात्रियों को फ्लाइट के ऑल्टरनेटिव ऑप्शन दे या फिर पूरा रिफंड दे. हालांकि, अगर आप किसी ज़रूरी काम से जा रहे हों और ट्रैवल करना आपके लिए ज़रूरी ही हो तो ऐसे केस में पूरा रिफंड मिलने का भी कोई खास फायदा नहीं होता है. क्योंकि लास्ट मिनट पर अगर आप दूसरी फ्लाइट देखेंगे तो संभावना है कि टिकट की कीमतें डबल से ज्यादा हों. ऐसे में फ्लाइट के ऑल्टरनेटिव ऑप्शन चुनना ज्यादा बेहतर ऑप्शन है. हां, अगर आपका ट्रैवल रीशिड्यूल या कैंसिल हो सकता है तब आप रिफंड का ऑप्शन चुन सकते हैं.
इसके साथ ही अगर कोई फ्लाइट रात 8 बजे से सुबह 3 बजे के बीच शेड्यूल्ड है और फ्लाइट 6 घंटे या उससे ज्यादा लेट है तो एयरलाइन को यात्रियों के लिए होटल बुक करना ज़रूरी है. इसी तरह अगर कोई फ्लाइट 24 घंटे लेट है तो एयरलाइन को यात्रियों के लिए होटल बुक करना होगा.